फ़ुर्सत मिल जाए बड़े बाज़ारो से,
तो ज़रा नुक्कड़ पर भी रुख़ कर लेना ।
शायद अपना घर रोशन करने की तेरी चाहत,
किसी दूजे का आँगन भी रोशन कर दे...!!!
Surbh! Nema
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