खामोशी हूँ मैं, मेरी आवाज़ है वो।
जिसे माँगा है हरपल, वही अरदास है वो।
कुछ यूँ रिश्ता है मेरा उससे…
मैं हूँ एक अल्हड़ कलम, मेरा हर एक अल्फ़ाज़ है वो…!!!!
Surbh! Nema
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