मुझे झुकाने की तेरी...
हर ख़्वाहिश पूरी कर ले ए-ज़िंदगी,
पर मेरी भी एक बात याद रख...
सजदा तुझे एक रोज़,
मेरा ही करना होगा...!!!
✍सुरभि
No comments:
Post a Comment