अल्फाज़, मेरी कलम से...!!!
Saturday, 22 July 2017
!!!... वक्त़ ...!!!
बहुत अज़ीज़ हो गया है हर शख़्स तेरा,
सुना है....
तेरा वक्त अब मेरा नहीं रहा...!!!
Surbh! Nema
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment