बेशक हर दुआ कबूली नहीं जाती,
पर सब्र की इंतिहाँ भी खाली नहीं जाती । मैने करीब से देखा है उस खुदा की रहमत को, यहाँ ख़ामोश दुआ कभी नकारी नहीं जाती...!!!
Surbh! Nema
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